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ऐसा कभी ना कभी हम सब के साथ होता है कि हम करने
कुछ जाते है और हो कुछ और जाता है | आज हम आपको ऐसी ही एक कहानी बताएँगे जिसमे गलती
से एक ऐसे आविष्कार को जन्म दिया जो आज हमारी जिन्दिगी में और खास कर हॉस्पिटल्स में यूज़ होता है और उसका नाम है ‘ X-ray ’ |
जब विल्हेल्म कौनराड रोंतेगें (Wilhelm Conrad Röntgen) 40 साल के थे और फिजिक्स प्रोफेसर के पद पर जूलियस मक्सिमिलियन यूनिवर्सिटी ऑफ़ वुर्ज्बुर्ग में काम करते थे तब उन्होंने गलती से X-Ray का अविष्कार किया था |
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German physicist-"W. C. Röntgen" |
जी हां X-ray का आविष्कार एक एक्सीडेंट के कारण हुआ था | दरशल हुआ ये था कि November 8, 1895, को जर्मन फिजिसिस्ट (German physicist) विल्हेल्म रोएंत्गें (W. C. Röntgen) जब एक डिवाइस या इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट जिसका नाम “कैथोड रे टूब (cathode ray tube)” है , पर काम कर रहे थे तो उन्होंने कुछ अजीब सा होते हुए देखा |
उन्होंने देखा की पास के फ्लोरोसेंट स्क्रीन (fluorescent screen) चमक रही थी और कैथोड रे टूब को कवर किया हुआ था और साथ ही कमरे में अंधेरा भी था | उन्होंने स्पष्ट रूप से अदृश्य (invisible) किरणों को रोकने की कोशिश की परन्तु अधिकांश चीजों का कोई प्रभाव नहीं पड़ा, और जब उन्होंने अपने हाथ से उन किरणों को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने पाया कि उनके हाथ की हड्डीयों की एक छवि सामने वाली सामने वाली स्क्रीन पर देखी | वो इस बात से हैरान हो गए और उन्होंने स्क्रीन को एक फोटोग्राफिक प्लेट (photographic plate) से बदला और तब जा कर पेल्ही X-ray मशीन का आविष्कर हुआ |
उन्होंने एक नई तरह की electromagnetic रेडिएशन की खोज करी थी पर उनको ये नहीं पत्ता था की ये है क्या , तो तब उन्होंने उसका नाम 'X' रख दिया था | 22 दिसम्बर को Röntgen ने पलही इंसानी शरीर की X-ray इमेज निकली जो थी उसकी ख़ुद की पत्नी के हाथ की | 6 दिन बाद उन्होंने अपने रिसर्च पेपर को सबमिट किया : "Über eine neue Art von Strahlen" ("एक नई तरह की तरंगे ")|
6 साल बाद उनको फिजिक्स में नोबल पुरुष्कार मिला | 1950 के दौरान X -ray के दुस्प्रभावो के बारे में पत्ता चला , जेसे की कैंसर की संभावननो का मरीजो में रिस्क को बढ़ जाना और उसके बाद लो पॉवर और बिना रिस्क की x -ray मशीन जैसे की magnetic resonance imaging (MRI) or magnetic resonance tomography (MRT) का उपयोग होने लगा |
1923 में 77 साल की उम्र में Wilhelm Conrad Röntgen का बोवेल कैंसर (bowel cancer) के कारण देयांत हो गयी थी |
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